मौलिक विश्लेषण [fundamental analysis ]
शेयर बाजार में फंडामेंटल विश्लेषण शेयर बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण होता है। यह एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें आर्थिक तथ्यों और विश्लेषण के आधार पर कंपनियों की वर्तमान और भविष्य की कमाई के अनुमान किए जाते हैं। यहां कुछ महत्वपूर्ण फंडामेंटल विश्लेषण तकनीकों को हिंदी में समझाया जाएगा:
1. आर्थिक विश्लेषण: इसमें कंपनी के वित्तीय विवरणों को विश्लेषित किया जाता है। इसमें कंपनी की आय, लाभ और नकद निवेश के बारे में जानकारी मिलती है।2. उद्यम का संदर्भ: इसमें विश्लेषित किए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण मापदंड हैं, जैसे कि कंपनी के संसाधनों का प्रबंधन, उद्यम के मूल्य, आदि।
3. आधार रखते हुए मूल्य मूल्यांकन: इसमें विश्लेषण किया जाता है कि कंपनी की स्टॉक कीमत क्या हो सकती है।
4. उद्योग का विश्लेषण: इसमें कंपनी के उद्योग से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों को जाना जाता है, जैसे कि उद्योग की वर्तमान और भविष्य की स्थिति, कंपनियों के बाजार में कौन से विपणन अवसर हैं आदि।
5. स्वतंत्र विश्लेषण: इसमें कंपनी के व्यवसाय के अंदर जाने के लिए उसके आंतरिक प्रक्रियाओं को विश्लेषित किया जाता है, जैसे कि वित्तीय नीतियों का प्रबंधन, कंपनी की कल्पना और अभिनवता आदि।
6. समाज की भूमिका: इसमें कंपनी के उत्पादों और सेवाओं का सामाजिक प्रभाव और सामाजिक दायित्वों के बारे में जानकारी मिलती है।
इन तकनीकों का उपयोग करके फंडामेंटल विश्लेषण आपको शेयर बाजार में निवेश करने से पहले कंपनियों की वर्तमान और भविष्य की कमाई के अनुमान करने में मदद कर सकता है।
तकनीकी विश्लेषण [ technical analysis ]
तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) शेयर बाजार में निवेश करने की एक दूसरी प्रभावी तकनीक है। यहां हम शेयर बाजार में तकनीकी विश्लेषण से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें बताएंगे:
1. पहचान आधार (Identification Basis): तकनीकी विश्लेषण में निवेशकों का मुख्य मकसद शेयर के मूल्य में उतार-चढ़ाव को पहचानना होता है। यहां पर निवेशकों को समझना होगा कि किसी शेयर के मूल्य में उतार-चढ़ाव के पीछे कौन से कारण होते हैं।
2. चार्ट पैटर्न (Chart Pattern): चार्ट पैटर्न तकनीकी विश्लेषण का अहम हिस्सा है। चार्ट पैटर्न में निवेशकों को शेयर की कीमत में एक निश्चित निर्देशक मिलता है।
3. संदर्भ तथ्य (Reference Information): तकनीकी विश्लेषण में संदर्भ तथ्यों का उपयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। संदर्भ तथ्यों के माध्यम से निवेशकशेयर के मूल्य में उतार-चढ़ाव के पीछे की वजह को समझ सकते हैं।
4. तकनीकी संकेत (Technical Indicators): तकनीकी संकेत शेयर बाजार के निवेशकों के लिए एक और महत्वपूर्ण उ पायकर्य हैं। ये संकेत शेयर के मूल्य3 में उतार-चढ़ाव और मूल्यों के परिवर्तन को निर्दिष्ट करते हैं। कुछ ऐसे तकनीकी संकेत हैं जैसे कि स्टोकास्टिक, मूविंग एवरेज और रेलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स जो निवेशकों को शेयर मूल्य के बारे में संकेत प्रदान करते हैं।
5. वॉल्यूम (Volume): वॉल्यूम शेयर बाजार में एक अहम प्रभावक होता है। वॉल्यूम के माध्यम से निवेशकों को शेयर के मूल्य के उतार-चढ़ाव की जानकारी मिलती है।
6. ट्रेंड (Trend): ट्रेंड शेयर मूल्य में उतार-चढ़ाव का निर्धारण करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ट्रेंड के माध्यम से निवेशक शेयर के मूल्य के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
7. समर्थन और प्रतिरोध (Support and Resistance): समर्थन और प्रतिरोध भी तकनीकी विश्लेषण के बहुत महत्वपूर्ण हिस्से हैं। इन स्तरों से निवेशक शेयर के मूल्य के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और इसे अधिक लाभदायक बना सकते हैं।
इस तरह तकनीकी विश्लेषण निवेशकों को शेयर मार्केट में निवेश के लिए अधिक जानकारी और समझ प्रदान करते हैं।
इन तकनीकी विश्लेषणों के साथ, निवेशकों को शेयर मार्केट में संभवतः सफल निवेश के लिए कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। कुछ उपयोगी टिप्स हैं:
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